संघर्ष

 

 

तुम हर मुश्किल को चुनौती समझो,

क्योंकि जीवन एक संघर्ष है

हर हार के बाद जीत समझो,

क्योंकि जीवन महासंग्राम है।

 

कर्त्तव्य पथ को ना तुम त्यागो,

क्योंकि ये हृदय का ताप है,

जीवन की वेदना तुम सहोदर

क्योंकि ये हृदय का अभिशाप है ।

 

प्राची में अरुणिमा को तुम देखो,

क्योंकि जीवन की नई रोशनी है

अंतर की चीर व्यथा तुम त्यागो

, क्योंकि मंजिल के लिए जरूरी है।

 


तारीख: 06.07.2025                                    बबिता कुमावत




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